हर ख्वाहिश के बाद *********
हर इक ख्वाहिश के बाद ,जन्म लेती है दूसरी इच्छा
तुम गर चक्क र में पड़े इनके तो मागते रहो भिछा
करो सन्तोष जो है पास तेरे मिलती है हमे यही शिछा
सांस रुकने न दो अपनी कभी करो जतन से रछा।
हर इक ख्वाहिश के बाद ,जन्म लेती है दूसरी इच्छा
तुम गर चक्क र में पड़े इनके तो मागते रहो भिछा
करो सन्तोष जो है पास तेरे मिलती है हमे यही शिछा
सांस रुकने न दो अपनी कभी करो जतन से रछा।
No comments:
Post a Comment