अरे कोई मशाल जलाओ ,
बड़ा अधेरा है।
भुखमरी है ,बदहाली है,बेकरी है।
महगाई है,भ्रस्टाचार है,बेजारी है।
गरीबी व अमीरी,बीच बड़ी खाई है।
दुरजनों के मध्य,फसी नारी है।
आओ हम सब मिलकर,
जलाए मशाल,
बड़ा अधेंरा है।
बड़ा अधेरा है।
भुखमरी है ,बदहाली है,बेकरी है।
महगाई है,भ्रस्टाचार है,बेजारी है।
गरीबी व अमीरी,बीच बड़ी खाई है।
दुरजनों के मध्य,फसी नारी है।
आओ हम सब मिलकर,
जलाए मशाल,
बड़ा अधेंरा है।
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