Monday, December 9, 2013

आज की राजनीति

हाथ बेचैन है, समर्थन देने को आप
हार कर समझ आया की जनता ही है बाप
आकड़ा छत्तीस का है , भाजपा ना आप के पास
सत्ता किसी कि न होगी जनता भई उदास
महंगाई के आगे ना काम आया मेट्रो न चमचमाती सड़के ना विकास के अंडरपास
अपने दल को छोड़ कर आये थे जो आप के पास
वोटर है सबसे बड़ा जागरूक उसने ना डाली घास
"आप" सत्ता में आये चाहतेहै शरद पवार
मदहस्त करने को किरण बेदी भी है तैयार
ऐसी सत्ता है मृगमरीजका कि तरह
दूर ही रहना आप के आम आदमी हैं मेरे यार


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