हमारे विचार \ मेरे मन की
बात
“ हर
कठनाईयो के पत्थरों को बनाकर सीढ़िया अपनी, जो मंजिल पर पहुँच
जाए उसे सफल इन्सान कहते है \ जिन्दगी में ऐसा कोन है जो सफल नहीं होना चाहता है \ हर व्यक्ति चाहता है कि सफलता उसके कदम चूमे \ सफलता के लिए जरूरी है किलझय के
अनुरूप प्रयास \ जितना बड़ा व् ऊचा लझय होगा उतना ही अधिक प्रयास और साधन होना चाहिए \ इस मध्य समस्याए, मुश्किले भी आएगी \ समस्यायों से संघर्ष \समस्या रूपी
चुनेतियो का वीरता पूर्वक सामना करना होगा
\ उन्हें सुलझाने में जीवन का अपना अर्थ छिपा है \ समस्याए हमरी बुध्द्मित्ता को ललकारती है \ जो बाते हमे कष्ट पहुचती है वे
बाते हमे कुछ –न कुछ सिखाती जरुर है \ समस्यायों को आगे बढ़ कर गले लगाने वाला,उन्हें अपना
हथियार बनाने वाला ही जिन्दगी के समर में विजयश्री प्राप्त करता है
|”------------------------------------------------------------------------------------------------------------दिनेश
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