बढ़ते ही चलो अजेय की तरह ***********
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सफलतायें तो अवश्य मिलती है,
असफलताओ के पडावों से गुजर कर।
असफलताये बताती है,
कमी है कार्यो व साधनों में,
सोचों तो जरा रुक कर।
पुरज़ोर ढ़ग से जुट जाओ,
कर्म यज्ञ में
साहस और लगन से जुड़ कर।
बढ़ते ही चलो अजेय की तरह,
आगे ही आगे,
कभी न देखो पीछे मुड़ कर।
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सफलतायें तो अवश्य मिलती है,
असफलताओ के पडावों से गुजर कर।
असफलताये बताती है,
कमी है कार्यो व साधनों में,
सोचों तो जरा रुक कर।
पुरज़ोर ढ़ग से जुट जाओ,
कर्म यज्ञ में
साहस और लगन से जुड़ कर।
बढ़ते ही चलो अजेय की तरह,
आगे ही आगे,
कभी न देखो पीछे मुड़ कर।
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